Pull Ups Benefits In Hindi – पुल-अप्‍स के फायदे

पुल-अप्‍स के फायदे: अच्छे पोस्चर और शरीर में संतुलन बनाने के लिए पीठ का मजबूत होना सबसे जरूरी है। हालांकि आम तौर पर लोग वेट ट्रेनिंग और अन्य एक्सरसाइज की ओर ज्यादा ध्यान देते है और उनका ध्यान चेस्ट ,बाइसेप्स और एब्स की ओर ज्यादा होता है जिसके कारण वो पीठ की ओर ध्यान देना भूल जाते है।देखा जाए तो शरीर के अन्य मसल्स ग्रुप में पीठ भी एक बड़े मसल्स ग्रुप में प्रतीत होता है। कुछ बेसिक एक्सरसाइज और मूवमेंट के जरिए पीठ को मजबूत रखा जा सकता है,जिसपर लोगो का ध्यान काफी कम होता है।

उसी एक्सरसाइज में से एक है पुल–अप एक्सरसाइज जो की पीठ को मजबूत और सुडौल बनाता है ।
आपको पीठ को मजबूत बनाने की पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए ,किसी भी प्रकार की पीठ की एक्सरसाइज करने से पहले।

पुल-अप्‍स के फायदे (Pull ups benefits In Hindi)

पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में काफी ज्यादा मेहनत और वक्त लगता है । यह एक ऐसा एक्सरसाइज वर्जन है जो की पीठ के साथ साथ शोल्डर और आर्म्स को भी मजबूत बनाता है। इस एक्सरसाइज से पूरा पीठ ऊपर से लेकर नीचे तक स्ट्रेच होता है। इस एक्सरसाइज को कंपाउंड एक्सरसाइज भी कहा जा सकता है। पीठ को मजबूत बनाने के लिए ये सबसे असरदार एक्सरसाइज है।

Pull Ups Exercise
Pull Ups Exercise (Photo: Getty Creative)

चर्बी कम करता है

यह एक ऐसा एक्सरसाइज है जो की पीठ की फैट को कम करता है और पीठ को वि आकार देता है जिससे पीठ सुंदर और आकर्षित नजर आती है। पुल–अप एक बॉडी वेट एक्सरसाइज है जो की ज्यादा कैलोरी खर्च करता है और जिससे पूरी बॉडी टोन होती है।

स्टैमिना बढ़ाता है

हाथ से पूरे शरीर को उठाने से पूरे बॉडी में बैलेंस और स्टैमिना आता है और मसल मास बढ़ने में मदद मिलती है। रिसर्चर द्वारा कहा गया है की बॉडी वेट एक्सरसाइज पूरे शरीर की स्टैमिना और ताकत को बढ़ाता है।

सेहत में सुधार रहती है

कई रिसर्च के बाद ये पाया गया है की एक्टिव रहने से थकान,डिप्रेशन और तनाव से लड़ने में मदद मिलती है। नियमित रूप से एक्सरसाइज करने पर मानसिक स्थिति ठीक बनी रहती है। इसके अलावा पीठ से जुड़ी समस्या और पीठ को मजबूत बनाने के लिए यह काफी लाभदायक उपाय है।

मल्टीपल वैरिएशन

इस एक्सरसाइज के अलग अलग वैरिएशन है जिससे आप पीठ के साथ साथ बाइसेप्स और शोल्डर को भी ट्रेन कर सकते है।

पुल–अप के प्रकार (Types of Pull Ups Exercise)

1. नेगेटिव पुल–अप
2. वेटेड पुल–अप
3. टार्जन पुल–अप
4. कीपिंग पुल–अप
5. क्लासिक पुल–अप
6. पुल–अप विथ लेग रेज
7. टॉवेल ग्रिप पुल–अप

पुल अप्स करने के कई लाभ

1. मांसपेशियों का विकास: पुल अप्स एक व्यायाम है जो आपकी बाहों, पीठ, छाती और अंगूठे की मांसपेशियों को मजबूत करता है। यह आपकी ऊर्जा को बढ़ाता है और सामरिक क्षमता को विकसित करता है।
2. कोर स्ट्रेंथ का विकास: पुल अप्स करने से आपकी कोर मांसपेशियाँ, जैसे कि पेट, पीठ और निचली पीठ, को भी मजबूत होती हैं। इससे आपका संतुलन बेहतर होता है और आपकी शारीरिक स्थिरता में सुधार होता है।
3. अपने आप को ऊँचाई पर ले जाना: पुल अप्स आपको ऊँचाई पर ले जाने की क्षमता देता है। यह आपकी ऊर्जा, बाल शक्ति और भुजाओं की मजबूती को बढ़ाता है।
4. पोस्चर का सुधार: पुल अप्स नियमित रूप से किए जाने पर आपकी पोस्चर में सुधार होता है। यह आपकी सीधी तंगों की चाल और बैठने की तंगों को सुधारता है और बीमारियों से बचाता है।
5. बढ़ती हुई मांसपेशियों की खिचाव: पुल अप्स आपकी बाहों, छाती, पीठ और अंगूठों की मांसपेशियों को खींचने वाला व्यायाम है। इससे आपकी मांसपेशियों की खिचाव क्षमता बढ़ती है और आपकी शारीरिक ताकत में वृद्धि होती है।
ये थे कुछ प्रमुख लाभ जो पुल अप्स करने से होते हैं। पुल अप्स को सही तरीके से करने के लिए अभ्यास की आवश्यकता होती है, और यदि आपने पहले कभी पुल अप्स नहीं किए हैं, तो इन्हें सही स्थिति में करने के लिए किसी कोच की मदद लें।

पुल अप्स दूसरे एक्सरसाइज से अलग होते हैं?

1. खींचने की गति: पुल अप्स खींचने की गति पर आधारित होते हैं, जहां आप अपने शरीर को ऊपरी बार या हैंडल की ओर खींचते हैं। इस गति में आपकी पूरी ऊपरी शरीर की मांसपेशियों, जैसे कि पीठ, कंधे और बांहें प्रमुख रूप से काम करती हैं। अधिकांश अन्य व्यायाम ताकने या धकेलने की गति पर केंद्रित होते हैं।
2. शरीर का वजन के रूप में प्रतिरोध: पुल अप्स आपके शरीर का वजन को प्रतिरोध के रूप में उपयोग करते हैं, जिससे यह एक चुनौतीपूर्ण बॉडीवेट व्यायाम बनता है। बाहरी वजन या मशीनों की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे आप अपने शरीर का वजन उपयोग करके ताकत और मांसपेशियों को विकसित कर सकते हैं।
3. संयुक्त व्यायाम: पुल अप्स संयुक्त व्यायाम के रूप में माने जाते हैं, क्योंकि इसमें कई मांसपेशियाँ साथ ही काम करती हैं। इसमें कई शरीर के हिस्से समायोजित होते हैं और विभिन्न मांसपेशियों का समन्वय और सक्रियकरण किया जाता है, जैसे कि पीठ, बांहों के मांसपेशियाँ, कोहनी के मांसपेशियाँ और कोर। यह संयुक्त स्वभाव पुल अप्स को समग्र ऊपरी शरीर के विकास के लिए एक अच्छा व्यायाम बनाता है।
4. ग्रिप के विभिन्नताएं: पुल अप्स विभिन्न ग्रिप की विविधताओं का उपयोग करने की अनुमति देते हैं, जिससे आप अलग-अलग मांसपेशियों को लक्ष्य बना सकते हैं और अपने शरीर को विभिन्न तरीकों से चुनौती दे सकते हैं। आप वाइड ग्रिप, नैरो ग्रिप, चिन-अप ग्रिप या मिक्स्ड ग्रिप के साथ पुल अप्स कर सकते हैं, जिससे व्यायाम की विविधता बढ़ती है।
5. फंक्शनल स्ट्रेंग्थ: पुल अप्स फंक्शनल व्यायाम के रूप में माने जाते हैं, जो दिनचर्या और खेल में उपयोग होने वाले क्रियाओं की अनुकरण करते हैं। इससे फंक्शनल स्ट्रेंग्थ विकसित होती है।

 

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