शिव आरती संग्रह lyrics in hindi

महादेव भगवान शिव को समर्पित आरती को हम सबकी ओर से स्वागत करते हैं। शिव जी को नमन करने के लिए यह आरती अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। इस आरती का अर्थ है कि भगवान शिव की पूजा के द्वारा हम उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन में समृद्धि और खुशियां प्राप्त कर सकते हैं।
शिव आरती संग्रह lyrics in hindi
जय शिव ओंकारा, हर शिव ओंकारा, ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव अर्द्धांगी धारा। ओं हर हर महादेव!
शिव जी की आरती के पहले पंक्ति में भगवान शिव को जय जय कार दिया गया है। इसके बाद ब्रह्मा, विष्णु और सदाशिव का जिक्र किया गया है जो शिव जी के मुख्य रूपों में से हैं।
भव्य त्रिनयन, जगमंगल कारण, शेषाचल वासी, नागेश वर वाहन। ओं हर हर महादेव!
जटा में श्रृंगार, गंगा त्रियंबक जटाधारा। ओं हर हर महादेव!
शिव जी के जटा में श्रृंगार और गंगा जी के त्रियंबक पर्वत से निकली जटाधारा के बारे में बताया गया है।
कर मध्ये कमंदलु, विशाल नटराज, जगतजननी जीवदयालु दातार। ओं हर हर महादेव!
शिव जी के कर में कमंडलु और विशाल नटराज के बारे में बताया गया है। उन्होंने जगतजननी और जीवदयालु दातार के रूप में भी अपना दर्शन दिया है।
ब्रह्मादिक संत सदा वंदित पाठक, चार वेद प्रतिपालक परमेश्वर। ओं हर हर महादेव!
शिव जी को ब्रह्मा, विष्णु और महेश के रूप में संत सदा वंदित करते हैं और चार वेदों के प्रतिपालक भी होते हैं।
दुष्ट संहार कारण त्रिभुवनी शंकर, भवबंध उन्मुख्त कारण भुवनेश्वर। ओं हर हर महादेव!
शंकराचार्य ने शिव को शब्द बनाया, शंकराचार्य ने शिव को महत्व दिया। ओं हर हर महादेव!
शंकराचार्य ने शिव को शब्द बनाकर और उन्हें महत्व देकर बहुत उन्नति की।
जो नित शिवजी को सेवा करे, उनके ताप से तार जाए, सभी पापों से मुक्त होकर, मोक्ष प्राप्ति को पाए। ओं हर हर महादेव!
जो शिव जी को नित्य सेवा करता है, वह उनके ताप से तार जाता है और सभी पापों से मुक्त होता है और मोक्ष की प्राप्ति करता है।
अब जब आप शिव जी के आरती गाने को समझ गए हैं, तो आप भी इन्हें नित्य गाने का प्रयास करें और शिव जी को अपनी श्रद्धा और पूजनीय बनाएं।
यह आरती आपको शिव जी के प्रति अधिक विश्वास के साथ-साथ आध्यात्मिक ऊर्जा भी देती है, जो आपके जीवन के सभी क्षेत्रों में उत्तम सफलता और समृद्धि लाती है।